29.1 What Is Limit, Tolerance And Allowance In Hindi

Limits-Tolerance-Allowances-And-Fits

INTRODUCTION: कोई भी मशीन बनाने के लिए विभिन्न विभिन्न parts की आवश्यकता होती है. जिन्हें विभिन्न विधियों द्वारा आपस में जोड़कर उपकरण या मशीन का रूप दिया जाता है. पार्ट्स को जोड़ने की विधि को Assembly कहते हैं कभी-कभी यह parts आपस में fit नहीं होते जिससे हमें parts दोबारा फिट करने की आवश्यकता होती है. जिसके फलस्वरुप parts को Assembly करने में अधिक समय लगता है. इसलिए यह आवश्यकता है कि सारे parts शुद्धता से बनाए जाए ताकि जब कभी मशीन के खराब या घिसे हुए parts को बदलना पड़े तो उसके स्थान पर किसी कंपनी से मंगवाया गया पार्ट्स बिना किसी operation से आसानी से fit हो जाए, और machine पहले की तरह काम करने लग जाए.

Interchangeability

जब एक ही तरह के अधिक मात्रा के parts बनाने हो जो कि बिल्कुल एक ही size व shape और शुद्धता में एक दूसरे की जगह पर fit हो जाए विनियम शीलता या interchangeability कहते हैं.

Advantage Of Interchangeability


1. Parts को assemble करने में कम समय लगता है.
2. Parts कम खराब होते हैं.
3. Production यानी की उत्पादनअधिक होता है.
4. घिसे व टूटे parts बदले में आसानी होती है.

Interchangeability प्राप्त करने के लिए parts पर कुछ limit निर्धारित की जाती है. यह limit parts के कार्य पर निर्भर करती है. Works को हमेशा limit system में parts बनाने चाहिए.

Advantage Of Limit System

1. Interchangeble parts बनते है.
2. शुद्धता से उत्पादन होता है.
3. उत्पादन ज्यादा होता है.
4. Roduction यानी की parts खराब कम होते है.
5. Assembly करने में कम समय लगता है. Limit system को जानने से पहले कुछ trems के बारे में जानना बहुत जरुरी होता है. जो निम्नलिखित है.

What Is Basic Size Or Nominal Size

वह size जिसको आधार मानकर छुट दी जाती है उसे basic size और nominal size कहते है.

What Is Limits

Job के basic size से कुछ अधिक या कम बनाने की छुट को limit कहते है. यह छुट basic size यानी की positive और negative दोनों दी जाती है.

What Is Actual Size

किसी भी parts का साइज़ या माप के द्वारा पाया गया साइज़ actual size कहलाता है.

Example

माना shaft का basic साइज़ 50.00 mm और इस पर ± 0.02 mm की छुट दी गई है. तो 50.00 mm वाले basic साइज़ वाले parts को 50.00+0.02 = 50.02 mm या 50.00 - 0.02 = 49.98mm के अंदर किसी भी साइज़ में बना सकते है. इस ± 0.02 mm को limit कहते है.

Types Of Limits - Limit निम्नलिखित दो प्रकार की होती है.


1. High Limit or Maximum Limit
2. Low Limit or minimum Limit

1. High Limit or Maximum Limit

Basic size से जितना ज्यादा बनाने की छुट दी जाती है. उसे high limit या maximum limit कहते है.

2. Low Limit or Minimum Limit

Basic size से जितना कम बनाने की छुट दी जाती है. उसे low limit या minimum limit कहते है.

Example

मान लो job का basic size 60.00 mm है तो उस पर ± 0.02 mm की छुट दी जाती है. तो job की high limit 60.00+0.02 = 60.02 mm और low limit 60.00-0.02 = 59.98 mm होगी.

What Is Tolerance

किसी job के high limit और low limit के साइज़ के अंतर को  tolerance कहते है.

Example

मान लो job का basic size 50.00 mm है, और limit 0.07 mm है तो low limit और high limit बताओं.
High Limit = 50.00+0.07 = 50.07 mm
Low Limit = 50.00-0.07 = 49093 mm
Tolerance = High Limit-Low Limit
50.07-49.93 = 0.14 mm

Types Of Tolerance System

किसी job के basic size पर tolerance देने की दो विधिया है.

1. Unilateral Tolerance
2. Bialateral Tolerance

1. Unilateral Tolerance

Unilateral tolerance system में job के basic size में ही एक तरफ tolerance दिया जाता है. यह हमेशा + और - दोनों हो सकता है. मान लो job का basic size 20.00 mm है. तो unilateral tolerance 20.00 ± 0.01 या 0.00

Example

मान लो job का basic size 20.00 mm
Limit = +0.09"
-0.00"
High Limit = 20.00"+0.09" = 20.09"
Low Limit = 20.00"+0.00" = 20.00"
Tolerance = 20.09-20.00 = +0.09
-0.00

2. Bialateral Tolerance

इस विधि में job के basic साइज़ के दोनों तरफ tolerance दी जाती है. यह ± और दोनों हो सकता है.

मान लो job का basic size 20.00 mm
Bialateral Tolerance = ± 0.09
High Limit Tolerance = 40.00+0.09 = 40.09 mm
Low Limit Tolerance = 40.00-0.09 = 39.91 mm
Tolerance = High Limit-Low Limit
40.09-39.91 = 0.18 mm

What Is Allowance

यदि किसी hole का diameter shaft के diameter से अधिक हो तो shaft आसानी से fit हो जाएगी, shaft और hole के बीच थोड़ी सी जगह रह जाती है. Hole और shaft के बीच इस खाली जगह को ही allowance कहते है. यह positive और negative दोनों हो सकता है. या कोई भी दो fit होने वाले parts के अंतर को allowance कहते है.

Types Of Allowance

1. Maximum Allowance
2. Minimum Allowance

1. Maximum Allowance

Hole के अधिकतम माप और shaft के न्यूनतम माप के अंतर को maximum allowance कहते है. इस allowance में hole का साइज़ shaft के साइज से हमेशा बड़ा रहता है, और यह सदा positive में होगा. Maximum allowance = होल का अधिकतम माप - शाफ़्ट का न्यूनतम माप

मान लो hole का basic साइज = 25 mm
Hole का अधिकतम साइज = 25.09 mm
Shaft का न्यूनतम साइज = 24.91 mm
तो अधिकतम allowance = 25.09 - 24.91 = 0.18 mm

2. Minimum Allowance

Hole के न्यूनतम और shaft के अधिकतम साइज के अंतर को mimimum allowance कहते है. इस allowance में hole का साइज shaft के साइज से कम रखा जाता है. यह सदा negative में होता है.

Hole का maximum size = 26.09 mm
Shaft का minimum size = 26.18 mm
Hole का maximum size - Shaft का minimum size
26.09-26.18 = -0.09 mm

Difference Between Tolerance And Allowance

Tolerance

1. यह job के basic साइज पर आधारित होता है.
2. यह एक ही part अथवा job अलग-2 हो सकता है.
3. यह drawing के आदेशानुसार दी जाती है.

Allowance

1.यह job की fitting के प्रकार पर आधारित होता है.
2. अपेक्षाकृत यह दो मिलने वाले parts की सतहों पर दी जाती है.
3. यह इच्छित या इच्छा fit प्राप्त करने के लिए जानकारी दी जाती है.

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